इंदौर। डाक विभाग, इन्दौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय (चिडियाघर) के 4 वन्य प्राणियों के भोजन पर आने वाले खर्च 6 माह तक वहन करेगा। वन्य प्राणी पुण्योदय योजना के तहत मंगलवार, 12 जुलाई को डाक विभाग, इन्दौर विधिवत रूप से एक-एक अजगर, ईमु, लोमड़ी और सारस के भोजन पर आने वाले निर्धारित खर्च की जिम्मेदारी लेगा।
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में 12 जुलाई को पूर्वान्ह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में डाक विभाग इन वन्य प्राणियों के भोजन पर आने वाले खर्च की जिम्मेदारी संभालेगा। इस अवसर पर डाक परिक्षेत्र, इन्दौर की निदेशक डाक सेवाएं प्रीति अग्रवाल तथा चिडिय़ाघर के प्रभारी डॉ. उत्तम सिंह यादव की मौजूदगी में करारनामें पर हस्ताक्षर होंगे।
निदेशक डाक सेवाएं श्रीमती प्रीति अग्रवाल ने बताया कि वन्य प्राणियों के भोजन का खर्च वहन करने के एवज में डाक विभाग सुकन्या समृद्धि योजना और डाक जीवन बीमा योजना के प्रचार के लिये चिडिय़ाघर के उन वन्य प्राणियों के रहने के स्थान पर प्रचार के लिये बैनर लगायेगा।
उल्लेखनीय है कि वन्य प्राणी पुण्योदय योजना के तहत कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय-चिडियाघर द्वारा वन्य प्राणियों के भोजन पर प्रतिदिन होने वाले व्यय का प्रतिदिन, मासिक, त्रैमासिक, छमाही और वार्षिक अवधि का निर्धारण किया गया है। इस चिडिय़ाघर में बाघ, तेंदुआ, शेर, हायना, सियार, मगर, घडिय़ाल, कछुआ, अजगर, भालू, हाथी, हिप्पो, बंदर, सेही, चीतल, कृष्णमृग, नीलगाय, ईमु, जंगल केट, सांभर, लोमड़ी, भेडिय़ा, गोह, गिद्ध, उल्लू, सारस और बाज के अलावा विभिन्न प्रजाति के पक्षी हैं।
वन्य प्राणियों के लिये भोजन में फल, सब्जी, अनाज, मछली, मांस, सूखी-हरी घास, अंडे, बाटा, चना, गुड़, रोटीे गन्ना, दूध, चावल आदि की आवश्यकता होती है। इन वन्य प्राणियों में प्रतिदिन के हिसाब से सर्वाधिक 1170 रूपये हाथी पर खर्च होते हैं जबकि हिप्पो पर 1078 रूपये तथा बाघ और शेर के भोजन पर 892 प्रत्येक के लिये खर्च किये जाते हैं। डाक विभाग ने छ: माह के लिये 1 अजगर, 1 ईमु, 1 लोमड़ी और 1 सारस के भोजन का जिम्मा उठाया है।