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ग्वालियर। ग्वालियर चम्बल सभाग द्वारा नामदेव क्षत्रिय समाज का अखिल भारतीय एकता अधिवेशन एवं सामूहिक विवाह सम्मेलन 23 जून गंगा दशहरा ( शनिवार) को स्थान मेला ग्राउन्ड परिसर गोले का मंदिर ग्वालियर में आयोनित किया जाएगा।
आयोजन की अध्यक्षता कैलाश राजौरिया नामदेव सांतलपुर करेंगे। आयोजन के तहत 22 जून को भूमि पूजन व भजन संध्या होगी। 23 जून को सुबह 8 से 9 बजे तक दीप प्रज्ज्वलन एवं आरती होगी। 8 बजे से 11 बजे तक नाश्ता व दोपहर 12 से शाम 6 बजे तक भोजन व्यवस्था रहेगी।
यहां करें सम्पर्क
मुख्य संयोजक दिनेश नामदेव ने बताया कि विवाह सम्मेलन में जोड़ों के पंजीकरण के लिए निम्न नम्बरों पर सम्पर्क किया जा सकता है।
अमर सिंह टेलर्स गोरखीलश्कर 9993260862
रवि सिंह गोहद 8982716380
ओमप्रकाश नामदेव (ओम जी)ग्वालियर 9754898
मातादीन जी डबरा 9827787537
दिनेश नामदेव ग्वालियर
मुख्य संयोजक 9301514924
सह संयोजक संजय नामदेव व पवन नामदेव ने बताया कि कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि:डा बी आर छीपा उपकुलपति (बीकानेर राजस्थान), ज्वाला प्रसाद नामदेव मध्य प्रदेश, अरूण नेवाष्कर (,महाराष्ट्र), कमल वर्मा हरिद्वार(उत्तराखंड), फुटरमल चौहान, शांति लाल, सुरेश कुमार (गुजरात), लोकेश नामदेव (आंध्रप्रदेश), शिवकुमार मध्यप्रदेश, महेंद्र दर्जी (उडीसा), अम्रित पहाड़ीया, श्रीमती भानुमति (गाजियाबाद) गुजरात, प्रकाश देवले (पूना), बलजीत सिहं हरियाणा, अजय नामदेव, सुशील भाटी, नरेंद्र लाटसाब, नंद किशोर नामदेव (इन्दौर), मनोज नामदेव (पठारी), दीपक नामदेव, रामसेवक नामदेव, मास्टर दशरथ नामदेव ,राहुल नामदेव (गंजबासोंदा) प्रोफेसर गजानंद नामदेव, प्रोफेसर शंकर लाल अखोते, गोपाल दास नामदेव, विष्णु प्रसाद, किशन लाल, योगेश टोरिया, सुभाष भाटी, प्रमोद नामदेव, ज्योति नामदेव, त्रिलोक नामदेव, आकाश वेद, देवेंद्र नामदेव, त्रिलोक नामदेव, मनीष नामदेव, यश नामदेव, राजेश नामदेव, गब्बर नामदेव आदि भी शिरकत करेंगे।
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गंगा दशहरा के जुड़े कुछ विशेष बातें
गंगा दशहरा के दिन ही माँ गंगा श्री ब्रम्हा जी के कमंडल से निकालकर पृथ्वी पर अवतरित हुई थी, इसीलिए पूरे भारतवर्ष में आज के दिन को गंगा दशहरा रे रूप में मनाया जाता है।
गंगा दशहरा के दिन अगर कोई मनुष्य माँ गंगा के जल में स्नान करता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है, गंगा में पूजन व दान करने पर पुण्य की प्राप्ति होती है और मनुष्य के अनेकों पापो से मुक्ति मिलती है ।गंगा दशहरा के दिन जो भी वस्तु दान में दिया जाता है उसकी संख्या दश होनी चाहिए। गंगा दशहरा के दिन जो माँ गंगा नदी तक नहीं पहुँच सकते, वह पास के किसी तालाब, नदी या जलाशय माँ गंगा का ध्यान करते हुये गंगा दशहरा का पूजन संपन्न कर सकते है ।गंगा दशहरा के दिन स्नान करने से मनुष्य के शारीरिक, मानसिक और भौतिक पाप नष्ट होते हैं।