ग्वालियर। यहां एक नामदेव परिवार की बहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने फांसी लगाने से पहले अपने हाथ पर लिखा कि किसी ने बिरयानी नहीं खाई, मैंने तो तुम्हे प्यार किया है, पर तुम्हें यकीन नहीं।
पुलिस इस लिखावट की पहेली में चक्करघिन्नी हो रही है। उधर, होली से ठीक एक दिन पहले घटित इस हादसे ने परिवार को गमजदा कर दिया है। साथ ही अन्य समाजबन्धु भी शोक में हैं।
सुसाइड की खबर सुनकर पुलिस भी पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मेवाती मोहल्ले में जीतेन्द्र नामदेव अपने परिवार के साथ रहता है। उसकी शादी डेढ़ साल पहले रचना नाम की युवती के साथ हुई थी।
दो दिन पहले जीतेन्द्र किसी काम से भोपाल चला गया। शनिवार को सुबह जीतेन्द्र की मां गायत्री देवी अपनी बहू रचना को जगाने के लिए उसके कमरे में गई तो अंदर से दरवाजा बंद था।
उन्होंने खिडक़ी से अंदर झांका तो रचना छत से लटकी दिखाई दी। उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया और पूरी जानकारी दी। इस बीच पुलिस भी जांच करने घर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रचना ने मरने से पहले हाथ पर लिखा कि किसी ने बिरयानी नहीं खाई, मैंने तो तुम्हे प्यार किया है, पर तुम्हें यकीन नहीं।
अब पुलिस इसी हाथ की लिखावट का रहस्य सुलझाने में लगी हुई है। एडीशनल एसपी दिनेश कौशल ने बताया कि रचना के पति जीतेन्द्र को फोन करके बुलाया गया है। जीतेन्द्र एक कंपनी में काम करता है।