अयोध्या। कारसेवकपुरम में शौर्य दिवस के मौके पर मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में साधु-संतों ने कहा कि मोदी शासनकाल में ही राममंदिर का भव्य निर्माण हो जाएगा।
शौर्य दिवस को संबोधित करते हुए मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महन्त कमलनयन दास ने कहा कि राममंदिर करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का विषय है। अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण अवश्य होगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि मोदी शासनकाल में ही मंदिर निर्माण हो जायेगा। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने कहा कि अयोध्या मुद्दे की सुनवाई जल्द से जल्द हो इसके लिए बेंच बननी चाहिए।
अयोध्या का मुकदमा बंटवारे का नहीं था, कोई गवाही नहीं थी, बंटवारे के संबंध में केाई प्रश्न नहीं था, अदालत में जो मांगा जाता है वही मिलता है, जो मांगा नहीं गया वह क्यांे मिल गया। उन्होंने कहा कि 1950 से मुकदमा चालू हुआ था 60 वर्षों बाद फैसला आया वह भी अधर में। इसकी अपील होनी जरूर थी, 6 साल अपील हुये पूरे हो चुके हैं। लोगों का धैर्य अब जबाब दे रहा है। जो धैर्य से लगे रहते हैं उनको विजय प्राप्त होती है। जिस प्रकार भारत-पाक बंटवारे पर हमें दर्द होता है। इसलिए मंदिर मामले पर हमारे कृत्यों पर आने वाली पीढ़ी को दर्द न हो इसके लिए धैर्य रखना होगा।
शौर्यदिवस पर अपने विचार रखते हुये जगद्गुरू डाॅ.राघवाचार्य ने कहा कि हमारा नेतृत्व कहीं न कहीं कमजोर होता दिख रहा है, हमें धर्मनिरपेक्ष के पाखंड से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि रामलला रखे नहीं गये थे बल्कि उनका प्राकट्य हुआ था। कहा कि संगठित होने की जरूरत है।
इस दौरान महांत कन्हैयादास रामायणी, महंत सुरेश दास, म.करपात्री, म.नरहरिदास, म.प्रेमशंकर दास, म.रामशरण दास रामायणी, म.बृजमोहन दास, म.पवन दास, म.व्यासदास रामायणी, डाॅ.अनिल सिंह, ऋषिकेश उपाध्याय, अभय सिंह, शरद शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।