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राम मंदिर का निर्माण 31 दिसम्बर से पहले किसी भी हाल में 

विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने किया ऐलान
उज्जैन। विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा आयोजित युवा संत समागम में विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने ऐलान किया कि इस साल दिसम्बर तक हर हाल में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू कर लिया जाएगा। समागम में भारत भर के युवा संतो ने भाग लिया। भारत वर्ष के निर्माण युवा संतो की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मुख्य संचालक अखिलेश्वरानन्द महाराज ने कहा कि सैकड़ो वर्षों के इतिहास में संतो की पुरानी पीढ़ी का मार्गदर्श एवं अनुभवों का लाभ लेकर संतों की नई पीढ़ी समाज का उद्धार करने हेतु प्रस्तुत होती रही है। इसी क्रम में युवा संत समागम का आयोजन किया गया।

संतश्री ने संतो को पुरानी परंपरा से अलग समय के साथ चलने पर बल दिया। आचार्यशेखर अतुलनंद जी ने बताया की लगभग 150 युवा संत उनके सानिध्य में रह सनातन धर्म का सूक्षमता से आध्याँ कर रहे है इसमें ज्यादातर इंजिनियर या डॉक्टर है। ये अपने कर्म क्षेत्र में रह कर अपनी अपनी तरह से धर्म के रक्षण में सहयोग कर रहे है। द्वारिका के योगीरामेश्वरदास महाराज ने जातिवाद मुक्त भारत वर्ष के निर्माण और बच्चो को बाल्यकाल से ही धर्मोपदेश देने पर बल दिया। कहाकि गौ रक्षण से जुड़े कानूनों के बारे में हर एक तहसील, ग्राम स्तर पर जागरूकता लाना आवश्यक है। गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने एवं गौ हत्यारों को फांसी की सजा की बात पर सभी संतो ने एकमत से योगी जी का अभिवादन किया। राजेश शर्मा ने एसी कमरों में बैठ झोपड़ी में रहने वालो के जीवन पे चर्चा करने वाले महान संतों पे भी जमकर व्यंगात्मक कटाक्ष किये गए।

विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने अयोध्या राम जन्म भूमि प्रकरण पर स्पष्ट शब्दों में कहा की आज कल फैशन चल पड़ा है तरह-तरह के असंवैधानिक असंगत तथा कथित धर्म सांसदों का। जो किसी भी प्रकार की मंदिर निर्माण की तिथियों का येन केन प्रकारेण मात्र प्रचार एवं समाचार पत्रों की सुर्खियां बटोरने के लिए करती रहती है। 9 नवम्बर को राम मंदिर बनाने की तारीख पर श्री राय ने कहाकि रामलला जन्म स्थल तो सरकार एवं विशिष्ट सुरक्षा में है और वहा पहुच पाना संभव नहीं है। उन्होंने 1528 से 2016 तक के इतिहास को संक्षेप में बताया कि किस प्रकार प्रकाट्य स्थल पर राम लला की मूर्ति स्वयंभू प्रकट नहीं हुई थी बल्कि योजनाबद्ध तरीके से रखी गयी थी। भू अन्वेंषण से निकली राम मंदिर की सत्यता एवं वैज्ञानिक प्रमाणों का विवरण रखते हुए चम्पत राय ने राम मंदिर जन्म स्थान मंदिर निर्माण के विषय में अभी तक की प्रगति का भी विस्तार से उल्लेख किया।

श्री राय ने कहा की 90 प्रतिशत काम हो चुका है और मात्र 10 प्रतिशत काम बाकी है। हिन्दू जन समाज एवं संत समाज दोनों को ये 10 प्रतिशत काम धैर्य से करना होगा। पिछले कई महीनों के अनुभवों पर आधारित अपने तथ्यों को युवा संत समाज के समक्ष रखते हुए श्री राय ने कहा की उन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम जन्म भूमि मसले पर सुनवाई जून महीने से नियमित शुरू होने की संभावना है। 488 वर्ष में हुए 75 भीषण युद्धों के बाद 31 दिसम्बर 2016 से पहले किसी भी हाल में श्री राम जन्म भूमि पर राम लला के भव्य मंदिर के निर्माण का काम शुरू कर दिया जाएगा।