News NAZAR Hindi News

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना : बोझ नहीं अब बेटियां

रायपुर। गरीबों के घर में बेटियों को अब बोझ नहीं माना जाता। मुख्यमंत्री के द्वारा ऐसी कई योजनाओं का आरंभ किया गया है जिससे बेटियों के लालन-पालन से लेकर शादी तक में परिवारों को मदद मिल जाती है।

इन्ही में से एक योजना है मुख्यमंत्री कन्या विवाह जिसमें जिले के गरीब परिवारों की विवाह योग्य बेटियों के विवाह में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए आर्थिक मदद दी जाती है।

इस योजना में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो बेटियों को योजना का लाभ मिल सकता है।

योजना में एक कन्या के विवाह के लिए अधिकतम 15 हजार रूपए खर्च करने का प्रावधान है। योजना में 11 हजार 500 रूपए तक की आर्थिक सहायता सामग्री के रूप में और एक हजार रूपए बैंक ड्राफ्ट के रूप में दिये जाते हैं।

रायपुर जिले में पिछले 10 वर्षो में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 4948 बेटियों को शादी में आर्थिक मदद मिल चुकी है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के द्वारा सामूहिक विवाह को प्रोत्साहित किया जाता है और दहेज लेन-देन की रोकथाम को बढ़ावा दिया जाता है।

ग्राम मौहागांव निवासी श्रीमती तारामती टण्डन ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह की सराहना करते हुए कहा कि उनके विवाह में उनक परिवार को कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ी।

श्रीमती टण्डन के पिता मंतराम कोसले ने कहा कि मेरी बेटी की शादी मेरे लिए बोझ नहीं क्योंकि न तो मुझे दहेज देने की चिंता थी न व्यवस्था में होने वाले खर्च की। मुख्यमंत्री की इस योजना के बाद अब हमारे गांव में बेटी पैदा होने पर भी खुशियां मनायी जाती है।

इसी गांव की श्रीमती मोनिका साहू, श्रीमती हेमा मिश्रा, श्रीमती गोदावरी सारंग, श्रीमती मीना नवरंगे आदि अन्य महिलाओं ने भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।