ऋषिकेश। उत्तराखण्ड के विख्यात गंगोत्री यमनोत्री व केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद 11 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलने के चलते बडी संख्या में तीर्थयात्रियों का ऋषिकेश पहुचंना प्रारम्भ हो गया है।
श्रद्धालुओं ने यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रोटेशन बस अड्डे पर बने बायोमैट्रिक पंजीकरण कार्यालय में अपना पंजीकरण कराना प्रारम्भ कर दिया है। जिसके लिए पंजीकरण कार्यालय पर बने आठ काउन्टरों पर यात्रियों की लम्बी-लम्बी लाईने लगनी प्रारम्भ हो गई हैं तो वहीं पुलिस ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर इश्तहार भी बांटकर उन्हे जागरूक किया है। जिसमें किसी भी प्रकार की असुरक्षा न बरतने के निर्देश देते हुए किसी भी अंजान व्यक्ति से खाने पीने की वस्तुए न लीए जोन के अतिरिक्त कई निर्देश भी दिए गये हैं। इसी के साथ अभी तक संयुक्त रोटेशन से सौ से अधिक वाहनों मंे तीन हजार से अधिक यात्रीयों के जत्थे चारो धामों की यात्रा के लिए प्रस्थान कर चुके हैं।
यहां बताते चले कि विगत सात मई को उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का शुभारम्भ हो गया था। रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के प्रभारी मदन मोहन कोठारी के अनुसार यात्रा मंे जाने वाले श्रद्धालुओं में सर्वाधिक संख्या महाराष्ट्र, उड़ीसा, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश राजस्थान के यात्रियों की रही है। पंजीकरण कार्यालय पर प्रातः आठ बजे से रात्रि दस बजे तक यात्रियों का बायोमैट्रिक पंजीकरण किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त हरिद्वार बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री-यमनोत्री के अतिरिक्त भ्रदकाली व तपोवन में पंजीकरण वाहन लगाये गये है। यह व्यवस्था विगत 2013 मंे प्राकृतिक आपदा के दौरान हताहत हुए लोगों की सही संख्या सरकार के पास न होने के चलते की गई है।
कुल मिलाकर चारधाम यात्रा के लिए उमड़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या को देखकर वाहन स्वामियों व चालकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है, जिन्हे आशा है कि विगत आपदा के दौरान हुई क्षति की वह इस बार पूर्ति कर सकेंगें।