प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम पर आगामी 15 जनवरी से लगने वाले कुंभ में शामिल होने के लिये नागासाधु, सन्तों तथा अखाड़ों के सतों ने आना शुरू कर दिया है। पंचदशनाम जूना अखाड़ा के थानापति कोटेश्वर महादेव मन्दिर कुरूक्षेत्र से आये महन्त प्रहलाद गिरी ने शुक्रवार को बताया कि मेले में लाखों की संख्या में साधु संत पहुंच चुके है। उन्होंने बताया कि जूना अखाड़े में भक्तों की संख्या सात लाख के करीब होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को सिद्ध गिरि मौज गिरि समाधी यमुना कीटगंज के पास 52 लाख रूपये की 108 त्रिशूल स्थापित की जायेगी। इस अवसर पर सभी मठों के साधू, नागा सन्यासी मौजूद रहेंगे। हमारे पंचदशनाम जूना अखाड़ा का अध्यक्षता का कार्यभार महन्त सोहन गिरी जी महाराज और सभापति महंत हरि गिरी जी महाराज देखते है।
महंत गिरी ने बताया कि इसबार साधु संत व्यवस्था से सन्तुष्ट है। प्रशासन की ओर से साधुओं को जमीन दे दी जाती है। उन्होने बताया कि बाकी व्यवस्था स्वयं करनी होती है। इसमें राशन, पानी, छावनी तथा रहने तक की व्यवस्था शामिल है। यदि ये भी प्रशासन के तरफ से उपलब्ध करा दी जाये तो अच्छा रहेगा। इससे कुंभ में आये साधु संत और भी खुश हो जायेगें। उन्होने बताया कि हजारो वर्षो से पंचदशनाम जूना अखाड़ा में लगभग 50 हजार संतो की रहने की व्यवस्था होती है। इसके लिए कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसमें कुल 52 मणियां होती है जो चार भागो में बंटे होते है।
जूना अखाड़ा ढाई हजार स्क्वायर फीट में फैला है। प्रशासन की ओर से इस बार तीर्थयात्रियों तथा श्रद्धालुओं के लिए फाइव स्टार सुविधा दी जा रही है। इसमें चार हजार लग्जरी टेंट की सुविधा है। जिसमें देश विदेश से आये लोग लुप्त उठा सकेगें। गन्दगी न फैले इसके लिए जगह जगह डस्टबिन आदि रखाये जा रहे है।
कुंभ मेला क्षेत्र 40000 एलईडी लाइटों से रात होते ही जगमगा उठता है। इस बार शहर में तेजी से बन रहे पेंट माई सिटी कैंपेन रंग बिरगें कला आकृति तीर्थयात्रियों व श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करने का केन्द्र होगा।