सीकर। खाटूधाम में बुधवार को लखदातार के दरबार में मत्था टेकने श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। देश के कोने-कोने से आए लाखों श्रद्धालुओं ने श्याम के दरबार पर शीश नवाया है।
फाल्गुन माह की एकादशी पर मुख्य मेले के दिन रंग गुलाल उड़ाते, चंग व ढ़ोल की थाम पर नाचते गाते, श्याम की भक्ति में रंगे श्रद्धालु कतारबद्घ होकर बाबा की एक झलक पाने को बेताब नजर आए।
मन में आस्था एवं विश्वास, जुबां पर बाबा श्याम का नाम, हाथों में रंग बिरंगे निशान थामे श्रद्धालुओं का अपार रैला खाटूधाम को मिनी महाकुम्भ सा दर्शा रहा था। सभी मार्ग भक्तों की भीड़ से अटे पड़े रहे। कोई पेट के बल तो कोई कनक दंडवत बाबा के दरबार में हाजिरी देने आया है। मीलों नंगे पांव चलकर आए भक्त तीन बाणधारी को निशान अर्पित कर अपनी कामनाओं का आवेदन किया।
सिर पर श्याम नाम का दुपट्टा बांधे बाबा के भजनों पर झुमते हुए आहिस्ता-आहिस्ता करीब आठ किलोमीटर की लम्बी रेलिंग में चलकर बाबा के दर की ओर बढ़ते रहे। हारे के सहारे बाबा श्याम की एक झलक पाकर आनन्दित हो श्रद्धालु शाम को अपने गंतव्य की ओर जाने लगे।
दोपहर सवा बारह बजे बाबा श्याम की महाआरती के बाद रथ पर सवार होकर श्रंगारित खाटू नरेश नगर भ्रमण पर निकले। नीले घोड़े पर सवार होकर श्याम रथ गोपीनाथ मंदिर पंहुचा जहां नगर सेठ गोपीनाथ भी बाबा श्याम संग श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रवाना हुए।
श्रीश्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहनदास महाराज,मंत्री प्रताप सिंह चौहान तथा कोषाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान के साथ गोपीनाथ मंदिर के महंत राधेश्याम रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भगवान से दर्शन करा रहा थे। श्याम चौक पर रथयात्रा के समापन के बाद भगवान गोपीनाथ व श्याम बाबा अपने गर्भगृह में विराजे।
बुधवार को एकादशी पर श्याम बाबा का मंदिर में विशेष श्रंगार किया गया । कोलकाता से आए विशेष फूलों से बाबा का एकादशी पर विशेष श्रृंगार किया गया। बाबा को विशेष पोशाक पहनाकर इत्र छिडक़ा गया व उसी इत्र का प्रसाद श्याम भक्तों को दिया जा रहा है।
36 घण्टे तक भजन संध्या
खाटूधाम में श्याम आस्था परिवार की ओर से 36 घण्टे अनवरत भजन संध्या कार्यक्रम का शुभारंभ सरपंच प्रतिनिधि पवन पुजारी व चांलकनेच डवलपर्स के डायरेक्टर शिवराजसिंह ने किया।
आस्था परिवार की ओर से करीब 101 भजन गायकों द्वारा लगातार बाबा श्याम के आकर्षक भजनों की प्रस्तुतियां दे रहे हैं।
36 घण्टे की लगातार भजन संध्या दशमी को शुरू हुई जो द्वादशी को बाबा श्याम की महा आरती के बाद सम्पन्न हुई। पाण्डाल में बाबा श्याम का आकर्षक श्रंगार के साथ योगेश धर्ड के आचार्यात्व में लगातार ज्योत जलाकर बाबा श्याम की पूजा अर्चना कर रहे है।