पहलगाम। करोड़ों हिंदुओं की आस्था स्थल अमरनाथ गुफा में इस बार बाबा बर्फानी 35 दिन पहले ही रविवार को अंतर्ध्यान हो गए। इससे श्रद्धालुओं को कुछ निराशा जरूर हुई लेकिन उत्साह कायम है। यात्रा रक्षाबंधन तक जारी रहेगी।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि इस बार 28 जून को यात्रा शुरू होने से पहले बाबा बर्फानी का आकार करीब चौदह फीट था। एक सप्ताह पहले तक यह मात्र पांच फीट ही रह गया था। रविवार को बाबा बर्फानी पूरी तरह से अंतर्ध्यान हो गए।
मालूम हो कि लगातार कई वर्षो से ऐसा हो रहा गया। यात्रा के कुछ सप्ताह बाद ही हिमलिंग पूरी तरह से पिघल जाता है। इसके बावजूद भक्तों में यात्रा को लेकर उत्साह बना रहता है। ऐसे में श्रद्धालुओं को मायूसी जरूर होती है, मगर उनमें यात्रा को लेकर पहले की तरह ही उत्साह बरकरार है।
बालटाल में लंगर लगाने वाली संस्था श्री अमरनाथ युवा मंडल करनाल के सदस्यों ने बताया कि बाबा बर्फानी अंतर्ध्यान जरूर हो गए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं में उत्साह बरकरार है।
इस बार अमरनाथ यात्रा 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन खत्म होगी। अभी यात्रा में 35 दिन शेष हैं। यात्रा के पहले पच्चीस दिन में ही दो लाख 36 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
ये कदम उठाए
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने हिमलिंग को पिघलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। पहले हेलीकॉप्टर पवित्र गुफा के बाहर कुछ दूरी पर उतरता था। उस समय यह कहा गया कि इसी कारण हिमलिंग जल्द पिघल जाता है। इस पर श्राइन बोर्ड ने हेलीकॉप्टर को पवित्र गुफा से पांच किलोमीटर दूर पंचतरणी में उतारना शुरू किया। हिमलिंग को कोई हाथ न लगाए, इसके लिए पूरी गुफा के भीतर लोहे की ग्रिल लगाई गई है।