अजमेर। नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र के राजगढ़ गांव के समीप चाट चैैनपुरा गांव में समुदाय विशेष के सेवादारों के साथ बेरहमी से मारपीट करने के छह आरोपियों को अदालत ने जेल भेज दिया है। पुलिस ने लगभग एक माह पूर्व हुई इस घटना को वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की नींद टूटी लेकिन फरियादी के सामने नहीं आने से पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही थी।
बाद में अलवर बहरोड से पीडि़त सेवादारों ने यहां आकर शिकायत दी तो पुलिस ने मारपीट के आरोप में चैनपुरा निवासी राजगढ़ सरपंच रामदेव सिंह, राजूसिंह, श्रवण सिंह, भंवर, मन्नासिंह व विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें अजमेर में अवकाशकालीन न्यायाधीश के सामने पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मालूम हो कि इस घटना के समय राजगढ़ पुलिस चौकी का एक सिपाही भी मौजूद था जो ग्रामीणों को रोकने की बजाय चुपचाप खड़ा था।
सेवादार वहां अन्नक्षेत्र के लिए अन्न मांगने आए थे लेकिन ग्रामीणों ने गलतफहमी में उन्हें पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। साथ ही उनकी पिटाई का वीडियो भी बना लिया। एक महीने तक यह वीडियो वायरल होता रहा लेकिन पुलिस की नींद नहीं टूटी।
फिर जब संबंधित समुदाय के लोगों ने रोष जताते हुए पुलिस को चेतावनी दी तो पुलिस जागी। हालांकि तब भी पुलिस कोई शिकायत नहीं मिलने की बात कहती रही। आखिरकार पीडि़त सेवादारों ने यहां आकर शिकायत दी, जब जाकर पुलिस ने आरोपियों को अरेस्ट किया।
खास बात यह है कि पुलिस प्रशासन ने संबंधित सिपाही को केवल लाइन हाजिर कर अपना दामन बचा लिया है।