अजमेर। सराधना स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम के टर्मिनल पर सोमवार को टैंकरों के हेल्परों ने अपना मानदेय बढ़ाने की मांग लेकर अघोषित हड़ताल कर दी। इससे टर्मिनल से गाड़ियों की सप्लाई प्रभावित रही। दोपहर बाद जाकर सप्लाई सामान्य हुई।
बताया जा रहा है कि गाड़ियों को भराने से लेकर गेट पास तक बनवाने का काम हेल्पर करते हैं। उन्हें प्रति टीटी 200 रुपए का भुगतान किया जाता है। मामला टैंकर चालकों और ट्रांसपोर्ट ठेकेदार के बीच का था लेकिन असर कम्पनी की सप्लाई पर पड़ा। हेल्पर नहीं मिलने से टैंकर चालकों और सप्लाई लेने आए पम्प संचालकों को परेशान होना पड़ा। वे इधर-उधर से हेल्पर का जुगाड़ कर अपनी गाड़ी भराते रहे। दोपहर में रजामंदी होने पर काम सुचारू हुआ।
आज अजमेर से नहीं जयपुर से मिलेगा पेट्रोल
एचपीसीएल के सराधना टर्मिनल से जुड़े सैकड़ों पम्प संचालकों को मंगलवार को यहां की बजाय जयपुर टर्मिनल से पेट्रोल की सप्लाई दी जाएगी। यानी उनकी गाड़ियां पेट्रोल लेने जयपुर जाएंगी। बताया जा रहा है कि सराधना टर्मिनल में पेट्रोल का स्टॉक शार्ट होने के कारण यह व्यवस्था की गई है। यहां से डीजल की सप्लाई तो दी जाएगी लेकिन पेट्रोल के लिए गाड़ियों को जयपुर की दौड़ लगानी होगी।
इससे पहले…
मालूम हो कि सराधना टर्मिनल ऐसी ‘अबला’ बना हुआ है कि उसके साथ हर कोई ‘मनमानी’ करने से नहीं चूक रहा है। पिछले नवम्बर महीने में टैंकर चालकों ने दो दिन तक हड़ताल कर दी थी। उन्होंने टर्मिनल पर जबरन ‘तालाबंदी’ कर दी। इससे आधे राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बाधित रही थी। इसके बावजूद टर्मिनल प्रबंधन ने अपनी बेबसी दिखाते हुए न तो पुलिस की मदद ली, न ही ट्रांसपोर्ट ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई की। इसी का नतीजा रहा कि अब हेल्पर भी अपना जोर दिखाने लगे।