अजमेर। मकर संक्रांति पर जयपुर की पतंगबाजी मशहूर है और रक्षाबंधन पर अजमेर की। आज दोपहर चन्द्रग्रहण का सूतक लगने से पहले बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। इसके बाद पतंगबाजी का दौर शुरू हो चुका है।
छतों पर डीजे और साउंड सिस्टम पर तेज आवाज में बज रहे गीतों के बीच आसमान में पतंगों की जोर आजमाइश हो रही है।
पेच लड़ाने वाले पूरे जोश में हैं। आज मौसम भी पतंगबाजों का साथ दे रहा है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवा चल रही है। मौसम खुशगवार होने से पतंगबाजी का लुत्फ दोगुना हो गया है।
बच्चों से लेकर बड़े और महिलाएं-युवतियां भी पतंग उड़ाने में पीछे नहीं रही हैं। नजदीकी तीर्थ नगरी पुष्कर में कई विदेशी पर्यटक पतंगबाजी का मजा लूट रहे हैं।
यहां गौरतलब है कि अजमेर में केवल रक्षाबंधन पर्व पर ही पतंगबाजी होती है। इसके लिए कई दिन पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं।