51 अरब रामनाम महामंत्र की परिक्रमा में उमड़े श्रृद्धालु
अजमेर। अयोध्या नगरी बने आजाद पार्क में 51 अरब हस्तलिखित राम नाम परिक्रमा महोत्सव के 5 वें दिन आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह हनुमान सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रकृति में सृष्टि माता स्वरूप है। विश्व में भारत ही एक मात्र देश है जहां नारी को मां के सामान माना है। नारी के सम्मान के लिए जब सामान्य समाज जागृत होता है तो राम का कार्य कहलाता है अगर लोगों की हत्या कर लूट की सोने की लंका बनाते हैं तो उसका अन्तिम परिणाम जल कर राख होना होता है। भारत को कभी बचाया है तो परिवार के भाव ने बचाया है। आज शिक्षा का धन कमाना ही उद्देश्य हो गया है, संस्कार व ज्ञान गौण हो गए हैं। हिन्दू समाज की संस्कार की व्यवस्था विश्व में सबसे पहले अग्रणी व्यवस्था है। यहां संस्कार व चरित्र शिक्षा के लिए कोई स्कूल व मदरसा नहीं चलते। भारत के संयुक्त परिवार व कुटुम्ब इस व्यवस्था को सर्वोत्म तरीके से निभाते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक सुनिल दत जैन ने बताया कि शुक्रवार को कार्यक्रम के तहत चेतन्य महाप्रभु भक्त मण्डल के वाद्य यंत्रों एवं संगीतमय धुनों के साथ हजारों रसिक राम भक्तों ने भगवान राम के नाम की परिक्रमा की। सहसयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि तुलसी पूजन दिवस के पावन पर्व पर तुलसी महारानी का विधिवत पूजन एवं परिक्रमा की गई। इसके तहत चेतन्य महाप्रभु भक्त मण्डल के हरिकृष्ण दास सहित भक्त मण्डल परिवार ने ताल मृदंग के साथ मां वृन्दा एवं राम नाम की नाचते गाते हुए परिक्रमा की, जिसमें मुख्य यजमान हरनारायण सिंह व महेश हेड़ा थे। सहसंयोजक कंवल प्रकाश ने बताया कि श्री श्याम शरणागत मण्डल के डॉ. स्वतंत्र शर्मा एवं साथियों ने सुन्दरकाण्ड का संगीतमय पाठ किया।
महोत्सव में चेतन्य महाप्रभु मन्दिर के हरिकृष्ण दास ने पूर्णिमा पर राम नाम परिक्रमा एवं तुलसी महारानी की परिक्रमा का विशेष महत्व बताया।
इनका किया अभिनंदन
कार्यक्रम में नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, श्रीमती हेमा गहलोत, सेवा भारती के मोहन गुप्ता आज के यजमान गोपाल गोयल कांच वाले, सीताराम बंसल, तेजेश्वर देवेश्वर प्रसाद इत्र वाले, अखिल गोयल एवं राम नाम की साधक श्रीमती कल्पना अग्रवाल, दिनेश कुमार सोमाणी, श्रीमती बसन्ती मालू, गिरीराज जोशी, विनोद कुमार टांक, भंवरलाल पाठक, श्रीमती अर्चना शिवहरे, सावन राम सिंहल, रामगोपाल, श्रीमती मोहनी देवी गुप्ता का अभिनंदन एवं स्वागत किया। इस्कान मन्दिर के भक्त परिवार ने भगवान हरिनाम का अद्भूत एवं अनूठा संकीर्तन किया एवं श्रीमद्भागवत गीता का सामूहिक पाठ किया। महोत्सव में इस्कान परिवार के राधापति गोपीनाथ प्रभु दिल्ली, अजमेर के मितेश प्रभु, महेश प्रभु, राम गोविन्द्र प्रभु, घनश्याम प्रभु, भगवान प्रभु सत्संग में प्रस्तुति दी है।
ये हुए शामिल
कार्यक्रम में महोत्सव समिति के सुनिल दत जैन, शैलेन्द्र सतरावला, महेन्द्र जैन मितल, लेखराज सिंह, बालकृष्ण पुरोहित, भारती श्रीवास्तव, शशिप्रकाश इंदोरिया, मणिलाल गर्ग, सोमरतन आर्य, कैलाश चन्द अग्रवाल, सत्य नारायण सिंहल, हिमांशु शर्मा, हरिनारायण माथुर, सोहनलाल बारूपाल, अलका गौड़, सर्वेशवर अग्रवाल सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।
29 को भगवान राम बनो प्रतियोगिता
परिक्रमा महोत्वव में 29 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे राम बनो प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसमें तीन आयु वर्ग हैं जो निम्न प्रकार हैं। 6 महीने से 2 वर्ष तक, 2 वर्ष से 5 वर्ष तक एवं 5 वर्ष से 9 वर्ष तक के बालक बालिकाओं की भगवान बनो प्रतियोगिता आयोजित की गई है। इसका रजिस्ट्रेशन परिक्रमा स्थल पर निर्मित कार्यालय में किया जा रहा है। उपरोक्त प्रतियोगिता के तहत राम, कृष्ण कोई भी भगवान का स्वरूप बनाकर भाग ले सकते हंै।
आज के कार्यक्रम
परिक्रमा महोत्सव के तहत 26 दिसम्बर को संत कृष्णानन्द महाराज हनुमान धाम, अजमेर का पावन सान्धिय एवं सत्संग का लाभ अजमेर की धर्म प्रेमी जनता को मिलेगा। श्री राम राज्य मण्डल के राजू ओझा एवं साथी संगीतमय सुन्दर काण्ड का पाठ करेंगे।
अशोक तोषनीवाल की भजन संध्या 26 को
अशोक तोषनीवाल एवं संर्वेश्वर संकीर्तन मण्डल द्वारा सांय 7.00 बजे से ”एक श्याम राम के नाम” भजन संध्या प्रस्तुत की जाएगी।