सन्तोष खाचरियावास
अजमेर। सराधना स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम के टर्मिनल में गैसोलीन का स्टॉक खत्म होने के कारण कई जिलों के पेट्रोल पम्प संचालकों में दो दिन तक हड़कम्प मचा रहा। कई पेट्रोल पम्प ड्राई हो गए। पम्प संचालकों को पेट्रोल-डीजल की सप्लाई लेने के लिए जयपुर टर्मिनल की दौड़ लगानी पड़ी। भारत सरकार के आदेशानुसार पेट्रोल में 10 प्रतिशत गैसोलीन मिलाकर ही बेचा जा सकता है। इसलिए टर्मिनल में गैसोलीन का स्टॉक खत्म होने पर पेट्रोल की सप्लाई तत्काल रोक दी गई थी।
दरअसल, सोमवार को hpcl सराधना टर्मिनल में जब पेट्रोल-डीजल की टीटी भरी जा रही थीं, तभी अचानक टर्मिनल प्रबंधन ने गाड़ियां भरना रुकवा दिया और टर्मिनल के अंदर दाखिल हो चुकी गाड़ियों को खाली ही बाहर कर दिया। टर्मिनल के बाहर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे पम्प संचालकों सहित उन सभी डीलर्स में हड़कम्प मच गया जिनके यहां सप्लाई जानी थी। उन्होंने टर्मिनल प्रबंधन से लेकर कम्पनी अधिकारियों को फोन लगाए किसी ने कारण नहीं बताया कि टर्मिनल से अचानक सप्लाई क्यों रोक दी गई है।
आखिरकार शाम को कम्पनी प्रबंधन ने डीलर्स को सूचना दी कि टर्मिनल में गैसोलीन का स्टॉक खत्म हो गया है। इसलिए अगले दो-तीन दिन तक यहां से पेट्रोल की सप्लाई देना मुमकिन नहीं है। डीलर्स को जयपुर टर्मिनल से सप्लाई लेने की सलाह दी गई है। उन्हें बताया गया कि सराधना टर्मिनल से डीजल के लिए तो गाड़ी लगाई जा सकती है लेकिन पेट्रोल के लिए जयपुर टर्मिनल से सप्लाई लेनी होगी। इसका असर यह हुआ कि कई पेट्रोल पम्प डीलर बुधवार तड़के ही जयपुर के लिए दौड़ पड़े।
तीसरे दिन अजमेर से सप्लाई बहाल
जयपुर के लिए रवाना हुए डीलर्स को बुधवार सुबह मैसेज मिला कि सराधना टर्मिनल से पेट्रोल की सप्लाई पुनः बहाल हो गई है। ऐसे में कइयों को वापस अजमेर की तरफ दौड़ लगानी पड़ी। बताया जा रहा है यहां से पेट्रोल-डीजल की टीटी भरकर पम्पों तक पहुंचने लगी हैं। हालांकि टर्मिनल प्रबंधन ने अपने यहां डीजल भरपूर होने की बात कही थी लेकिन जब कुछ डीलर ने 12k डीजल की फुल सप्लाई मांगी तो उन्हें निराश होना पड़ा।
अजमेर से होती है कई जिलों में सप्लाई
अजमेर के निकट सराधना में स्थित hpcl टर्मिनल कोटा रीजन का एकमात्र टर्मिनल है जहां से पेट्रोल-डीजल की सैकड़ों गाड़ियां रोजाना लोड होती हैं। रीजन के सभी जिलों में यही से सप्लाई जाती है। इन जिलों के डीलर्स को जयपुर-अजमेर के बीच दौड़ लगानी पड़ी है।
तत्काल बता देते तो नहीं होते ड्राई
टर्मिनल प्रबंधन ने सोमवार दोपहर में अचानक सप्लाई रोकी लेकिन तत्काल डीलर्स को नहीं बताया कि गैसोलीन खत्म हो गया है। कई डीलर्स का कहना है कि अगर उन्हें समय पर जानकारी और जयपुर टर्मिनल से सप्लाई लेने की ‘सलाह’ मिल जाती तो उनका दिन तो बर्बाद नहीं होता। इस चक्कर में कइयों के पम्प ड्राई हो गए।
चार दिन से फंसी रकम, ब्याज ने मारा
टर्मिनल से पेट्रोल डीजल की सप्लाई लेने के लिए डीलर्स को पहले RTGS के जरिए कम्पनी के खाते में एडवांस राशि जमा करानी होती है। 12k, 20k और 24k की टीटी के हिसाब से यह राशि 20-22 लाख रुपए तक होती है। कई डीलर ब्याज पर यह राशि उठाकर व्यवसाय कर रहे हैं। एक दिन की देरी से भी सप्लाई मिलने पर डीलर को हजारों रुपए के ब्याज का नुकसान उठाना पड़ता है जबकि इस बार तो चार-पांच दिन तक सप्लाई अटक गई है।
बताया जाता है कि कुछ डीलर ने 28 मई शनिवार को पूरे पैसे जमा कराकर टीटी बुक की लेकिन उस दिन उन्हें टर्मिनल से सप्लाई नहीं मिली। अगले दिन रविवार होने के कारण टर्मिनल की छुट्टी रही। सोमवार को गैसोलीन खत्म होने के कारण अचानक सप्लाई रोक दी गई। मंगलवार को राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की राज्य स्तरीय हड़ताल के कारण सभी ने सप्लाई नहीं उठाना तय कर रखा था। बुधवार को सप्लाई के लिए जयपुर जाना पड़ा।