मुंबई। रूस में लगभग डेढ़ सौ लोगों से आत्महत्या करा चुके खूनी इंटरनेट गेम ब्लू व्हेल चैलेंज ने भारत में भी दस्तक दे दी है। इस गेम के चक्कर में पड़े 14 वर्षीय किशोर ने आत्महत्या कर ली है।
उसके दस्तों का कहना है कि वह ब्लू व्हेल चैलेंज गेम खेल रहा था। इसी के चलते उसने अंधेरी ईस्ट स्थित अपने घर की बिल्डिंग के सातवें माले से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली।
मृतक छात्र का नाम मनप्रीत सिंह है। पुलिस के मुताबिक मनप्रीत ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोडा है। उसके माता-पिता का कहना है कि वह डिप्रेशन का शिकार नहीं था। उसके दोस्तों का कहना है कि वह इस खूनी गेम के चक्कर में पड़ा था।
आखिरी टास्क खुद की मौत
इंटरनेट पर ब्लू व्हेल चैलेंज को एक सोशल मीडिया ग्रुप चला रहा है। इस गेम में खिलाडी को 50 दिन तक अलग-अलग टास्क दिए जाते हैं। इनमें आखिरी टास्क आत्महत्या करने का होता। जीत के पीछे पागल हो चुके प्रतियोगी खुद की जान लेने से भी नहीं चूक रहे हैं। इस गेम के कारण आत्महत्या करने वाले ज्यादातर बच्चे अच्छे परिवारों से थे।
खेल का कहर
पिछले कुछ हफ्तों से रूस के कुछ हिस्सों में यह गेम कहर फैला रहा है। रूस के साथ ही अब यह यूरोप के अन्य भागों में फैल रहा है। यहां तक कि भारत में भी दस्तक दे चुका है।
क्या है ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’
यह गेम ‘आत्महत्या का खेल’ एक ऑनलाइन सोशल मीडिया का समूह है जो खिलाड़ियों को चुनौतियों और खेलों की श्रृंखला के माध्यम से खुद को मारने के लिए प्रोत्साहित करता है।
ऐसा कहा जाता है कि इस समूह का प्रशासक 50 दिनों तक रोज समय के हिसाब से दैनिक कार्यों को तय करता है। खेलने वाले को टास्क पूरा करना होता है। इनमें से कुछ कार्य खुद को काटना या डरावनी फिल्में देखना या गलत समय पर नींद से जागना होते हैं।
गेम की शुरूआत होने के बाद दिन प्रतिदिन इस गेम के कार्य कठिन होते जाते हैं। इस गेम के आखिरी 50वें दिन गेम का संचालक गेम खेलने वालों को आत्महत्या करने का निर्देश देते हैं।
अब तक कई मरे
इस गेम के कारण रूस में अभी तक लगभग 150 आत्महत्याएं हो चुकी हैं। पुलिस इन सभी की जांच कर रही है।
हाल ही वहां स्कूल की दो छात्राओं, 20 वर्षीय युलिया कॉन्स्टेंटिनोवा और 16 वर्षीय वेरोनिका वोल्कोवा की इस गेम में दिए आदेशों के कारण एक अपार्टमेंट ब्लॉक की छत से गिरने से मौत हो गई है।
पीड़ितों में से युलिया ने अपने सोशल मीडिया पेज पर एक नोट छोड़ा जिसमें उसने एक बड़े नीले व्हेल की तस्वीर पोस्ट करके लिखा ‘अंत’।
यह बरतें सावधानी
यह ऑनलाइन गेम है। इसलिए इस पर पाबंदी लगाना बेहद मुश्किल हो रहा है। मगर इससे सतर्क रहकर अपने बच्चों की रक्षा की जा सकती है। माता-पिता को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में सतर्क रहना चाहिए। इस गेम के बारे में बच्चों को बताना और जागरूक करना बेहद जरूरी है। बच्चे इंटरनेट पर क्या देख रहे हैं या क्या खेल रहे हैं, इसकी खबर रखना बेहद जरूरी हो गया है।