ग्वालियर। शहर में एक अनोखी शादी हुई। इसके बारे में जिसने भी सुना उसने इंसानी रिश्तों पर गर्व महसूस किया। एक परिवार ने पूरे 10 साल तक लापता बेटे के लौटने का इंतजार किया, लेकिन जब उसका कोई सुराग नहीं लगा तो अपनी बहू और उसके मायके वालों से चर्चा कर उसे दूसरी शादी के लिए राजी किया। बहू के हामी भरते ही उसकी शादी भी कर दी गई, जिसमें शादी की सभी जरूरी रस्में पूरी हुईं।
ग्वालियर के डीडवानाओली में रहने वाले सत्यनारायण गगरानी की बेटी रजनी की शादी 15 साल पहले वनखेडी पिपरिया के नरेंद्र जावदिया के बेटे महेश चंद्र से हुई थी।
जावदिया परिवार खेती के साथ-साथ साहूकारी के धंधे से जुड़ा है। शादी के पांच साल बाद महेश अचानक घर से गायब हो गया। इस दौरान रजनी दो बेटियों की मां बन चुकी थी।
घरवालों ने महेश को काफी तलाश किया। उसके आने की उम्मीद खत्म होने पर कुछ साल पहले रजनी अपनी बेटियों के साथ मायके ग्वालियर आ गई।
यहां उसकी दोनों बेटियों का ससुराल वालों ने एक निजी स्कूल में न केवल दाखिला कराया बल्कि, उनकी पढ़ाई के खर्च का जिम्मा भी लिया।
माहेश्वरी समाज के लोगों ने पहले शादी की रस्म पूरी कराई फिर एक रेस्टारेंट में रिसेप्शन हुआ और इसके बाद इस जोड़े को समाज के लोगों ने आशीर्वाद दिया।