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ग्वालियर। नामदेव क्षत्रिय (दर्जी) समाज ग्वालियर की ओर से अब 23 जून को सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली के वैवाहिक जोड़ों को भी आमंत्रित किया गया है। पहले यह आयोजन 24 मई को किया जाना था।
विवाह सम्मेलन के मुख्य संयोजक दिनेश कुमार घासमंडी व दिलीप सिंह पावई वालों ने ‘न्यूज नजर’ को बताया कि विवाह सम्मेलन सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता कैलाश सिंह (सांतर वाले) करेंगे।
सम्मेलन में प्रति पक्ष 11 हजार रुपए पंजीयन शुल्क निर्धारित किया गया है। एक ही माता -पिता की दो संतानों का पंजीयन कराने पर 5 हजार रुपए की छूट प्रदान की जाएगी। इसके लिए 20 मई तक पंजीयन कराया जा सकता है।
विवाह सम्मेलन में प्रत्येक जोड़े को उपहार स्वरूप अलमारी, एलईडी टीवी, कूलर, सोने का मंगल सूत्र, सोने का लोंग, चांदी की तोड़िया, चांदी की बिछिया, 2 कुर्सी, 1 टेबल, 11 बर्तन, पलंग, गद्दा, चादर, 2 तकिए, वर-वधु को कपड़े, शॉल, लेडिस पर्स, रिश्तेदारों से मिले उपहार व विवाह प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नम्बर 8839286818, 9074277900, 9200816614 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
ये संभालेंगे प्रचार की कमान
विवाह सम्मेलन के प्रचार-प्रसार का जिम्मा पवन नामदेव कुमारपुरा मोरार वाले संभालेंगे। उनके सहयोगी राहुल नामदेव, सुरेन्द्र कैलारेस, जुगल किशोर नाका, शरद नामदेव चन्द्र नगर प्रचार मंत्री का कार्य देखेंगे। इसमें ‘न्यूज नजर डॉट कॉम की भी अहम भूमिका रहेगी।
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गंगा दशहरा के जुड़े कुछ विशेष बातें
गंगा दशहरा के दिन ही माँ गंगा श्री ब्रम्हा जी के कमंडल से निकालकर पृथ्वी पर अवतरित हुई थी, इसीलिए पूरे भारतवर्ष में आज के दिन को गंगा दशहरा रे रूप में मनाया जाता है।
गंगा दशहरा के दिन अगर कोई मनुष्य माँ गंगा के जल में स्नान करता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है, गंगा में पूजन व दान करने पर पुण्य की प्राप्ति होती है और मनुष्य के अनेकों पापो से मुक्ति मिलती है ।गंगा दशहरा के दिन जो भी वस्तु दान में दिया जाता है उसकी संख्या दश होनी चाहिए। गंगा दशहरा के दिन जो माँ गंगा नदी तक नहीं पहुँच सकते, वह पास के किसी तालाब, नदी या जलाशय माँ गंगा का ध्यान करते हुये गंगा दशहरा का पूजन संपन्न कर सकते है ।गंगा दशहरा के दिन स्नान करने से मनुष्य के शारीरिक, मानसिक और भौतिक पाप नष्ट होते हैं।